राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने मंगलवार को डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल को प्रतिष्ठित मानद कर्नल रैंक से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित पीपिंग समारोह के दौरान प्रदान किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि एनसीसी शिमला के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर रोवीन ने कुलपति चंदेल को कर्नल रैंक का बैज लगाया। यह कार्यक्रम 1 एचपी ब्वॉयज बटालियन, सोलन द्वारा आयोजित किया गया था।
प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल देशभर के उन चुनिंदा 19 कुलपतियों में से एक हैं, जिन्हें एनसीसी द्वारा यह सम्मान प्रदान किया गया है। अब वह विश्वविद्यालय के एनसीसी विंग में कर्नल ‘कमांडेंट’ की उपाधि धारण करेंगे। इस पहल का उद्देश्य विश्वविद्यालयों में एनसीसी के अनुशासन और देशभक्ति की भावना को और मजबूत करना है, ताकि छात्रों में राष्ट्रीय कर्तव्य और सैन्य सेवा के प्रति आकर्षण को बढ़ाया जा सके।
अपने संबोधन में प्रोफेसर चंदेल ने छात्रों और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया और एनसीसी के अनुशासन और नेतृत्व के मिशन को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बताया कि वह स्वयं एक पूर्व एनसीसी कैडेट रह चुके हैं और एनसीसी बी सर्टिफिकेट धारक भी हैं। साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय के घटक कॉलेजों—नेरी और थुनाग में एनसीसी इकाइयों की स्थापना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने युवाओं के अनुशासन निर्माण और सैन्य करियर की दिशा में उनकी तैयारी में एनसीसी की भूमिका की सराहना की।
समारोह में उपस्थित ब्रिगेडियर रोवीन ने प्रोफेसर चंदेल को उनके इस सम्मान के लिए बधाई दी और उनके नेतृत्व में हिमालयी क्षेत्र के किसानों के लिए पर्यावरण-अनुकूल और कम लागत वाली कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने छात्रों को मेहनत, समर्पण, और नेतृत्व के आदर्शों को अपनाने के साथ ही पुस्तकों के माध्यम से नई जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेटों द्वारा कुलपति को गार्ड ऑफ ऑनर देकर किया गया। इस अवसर पर 1 एचपी ब्वॉयज बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजीव थॉमस, 1 एचपी गर्ल्स बटालियन के कर्नल संजय शांडिल, डीन छात्र कल्याण डॉ. केके रैना, और प्रशासनिक अधिकारी कर्नल एपी सिंह सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और छात्र भी मौजूद थे।