डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने रैगिंग की रोकथाम और एक समावेशी एवं सकारात्मक माहौल के निर्माण के उद्देश्य से एंटी-रैगिंग समितियों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में विश्वविद्यालय के तीन घटक कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें मुख्य परिसर स्थित बागवानी और वानिकी कॉलेज के साथ-साथ थुनाग में स्थित बागवानी एवं वानिकी कॉलेज शामिल थे।
बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने की, जिसमें छात्र प्रतिनिधियों, डीन और संकाय सदस्यों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रोफेसर चंदेल ने विशेष रूप से सीनियर और जूनियर छात्रों के बीच सकारात्मक संबंधों को मजबूत करने के लिए एंटी-रैगिंग समितियों और उनके छात्र सदस्यों के योगदान की सराहना की। उन्होंने सभी छात्रों के बीच आपसी संवाद की आवश्यकता पर बल दिया, जो सहायक शैक्षणिक वातावरण के निर्माण और छात्रों के समग्र विकास में सहायक साबित होगा।
रैगिंग से जुड़े मामलों और इसके दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए, प्रोफेसर चंदेल ने विश्वविद्यालय के संकाय और छात्रों को सजग रहने की अपील की। उन्होंने नए छात्रों के विश्वविद्यालय जीवन में सहजता से समायोजन और सीनियर छात्रों के साथ स्वस्थ संवाद को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इस दौरान रैगिंग की रोकथाम और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न सुझावों पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें छात्रों के बीच सकारात्मक वातावरण के निर्माण को प्राथमिकता दी गई।
बैठक में विश्वविद्यालय के तीनों घटक महाविद्यालयों के डीन- डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. सीएल ठाकुर, और डॉ. पीएल शर्मा के साथ, डीन छात्र कल्याण डॉ. केके रैना, रजिस्ट्रार नरेंद्र कुमार, एसडीएम थुनाग, पुलिस विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।