
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी का पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी केंद्र (पीएचईटी) हाल ही में आयोजित लुधियाना कृषि-प्रसंस्करण और उद्योग इंटरफेस मेले में उत्कृष्ट प्रदर्शक पुरस्कार के लिए तृतीय स्थान प्राप्त करने में सफल रहा। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत आने वाले सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिफेट), लुधियाना के निदेशक डॉ. नचिकेत कोतवालीवाले द्वारा प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय के एआईसीआरपी-पीएचईटी केंद्र के सह-प्रधान अन्वेषक इंजीनियर अतुल धीमान और खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तजेंदर कुमार ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस मेले में 25 से अधिक अनुसंधान और विकास संस्थानों, विश्वविद्यालयों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों ने अपने नवीनतम उत्पादों और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया।
पीएचईटी के प्रधान अन्वेषक और खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख, डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि इस केंद्र ने मेले में मूल्यवर्धित उत्पादों की एक विविध शृंखला का प्रदर्शन किया, जिसमें फलों और सब्जियों से बने उत्पाद, बाजरा-आधारित खाद्य पदार्थ और कार्यात्मक खाद्य उत्पाद शामिल थे। इन उत्पादों में विशेष रूप से कार्बोनेटेड सेब पेय को विशेषज्ञों और उपस्थित प्रतिभागियों ने सराहा।
पंजाब राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष, डॉ. सुखपाल सिंह, और परियोजना समन्वयक-पीएचईटी, डॉ. राजेश कुमार विश्वकर्मा सहित कई विशेषज्ञों ने विश्वविद्यालय के कार्बोनेटेड सेब पेय की सराहना की। उन्होंने इसे फल प्रसंस्करण उद्योग, उपभोक्ताओं और किसानों के लिए लाभकारी बताया।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने टीम को बधाई दी और इसे विश्वविद्यालय की एक बड़ी सफलता के रूप में मान्यता दी।