डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, किसानों के लिए 16 दिसंबर से फलों के पौधों की रोपण सामग्री की वार्षिक बिक्री आयोजित करेगा। यह बिक्री नौणी के मुख्य परिसर, कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके), और राज्य के विभिन्न अनुसंधान स्टेशनों पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर की जाएगी।
इस वर्ष, विश्वविद्यालय ने अपनी नर्सरियों में 2 लाख से अधिक पौधों की तैयारी की है। इनमें सेब, कीवी, अनार, खुमानी, आड़ू, नेक्टरीन, चेरी, अखरोट, नाशपाती, और प्लम जैसी किस्में उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही, किसानों को सेब के क्लोनल रूट स्टॉक पर तैयार पौधों का भी विकल्प मिलेगा।
लाहौल-स्पीति और पांगी जैसे दुर्गम क्षेत्रों के किसानों की सुविधा के लिए, बजौरा स्थित क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान और प्रशिक्षण स्टेशन पर 9 दिसंबर से पौधों की बिक्री शुरू होगी।
इसके अतिरिक्त, राज्य के अन्य हिस्सों में स्थित विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र और अनुसंधान स्टेशन 16 दिसंबर से पौधों की बिक्री आरंभ करेंगे। किसानों की सुविधा के लिए पौधों की रेट लिस्ट विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर पहले ही अपलोड कर दी गई है।