पालमपुर, 24 दिसंबर। चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में “मादक पदार्थ उपयोग रोकथाम और जीवन कौशल दृष्टिकोण के माध्यम से स्वस्थ विकल्पों को बढ़ावा देना” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हुआ।
कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर कुलपति प्रो. नवीन कुमार ने युवाओं में बढ़ते मादक पदार्थों के सेवन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह समस्या न केवल स्वास्थ्य बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी गंभीर परिणाम उत्पन्न कर सकती है। प्रो. कुमार ने इस मुद्दे के समाधान के लिए जागरूकता के साथ-साथ जीवन कौशल विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये कौशल युवाओं को चुनौतियों का सामना करने, साथियों के दबाव का विरोध करने और सही निर्णय लेने में सहायक होते हैं।
कार्यशाला के संयोजक और छात्र कल्याण अधिकारी डॉ. अशोक कुमार पांडा ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मादक पदार्थों के सेवन और उनके प्रभावों के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक जीवन कौशल विकसित करना था।
कार्यशाला का संचालन वजीर राम सिंह राजकीय महाविद्यालय देहरी के प्राचार्य डॉ. सचिन कुमार और सामाजिक संस्था गुंजन के निदेशक विजय कुमार ने किया। इन विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों जैसे समस्या की जड़, साथियों के दबाव को समझना, मादक पदार्थों के प्रभाव का अवलोकन, और जीवन कौशल जैसे आत्म-जागरूकता, भावनात्मक प्रबंधन, प्रभावी संवाद, सहानुभूति, समस्या-समाधान, और तनाव प्रबंधन पर गहन चर्चा की।
इस कार्यशाला में विश्वविद्यालय के चारों महाविद्यालयों से कुल 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने युवाओं को मादक पदार्थों से दूर रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।