
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025 के अवसर पर डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के सिल्विकल्चर एवं एग्रोफोरेस्ट्री विभाग ने पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया। इस पहल के तहत सैलिक्स, बांस और हिमालयन मेपल के 700 पौधे रोपित किए गए। यह अभियान पर्यावरणीय स्थिरता और कार्यस्थल सुरक्षा के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2025 की थीम और उद्देश्य
इस वर्ष का राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस ‘एक्टिव सेफ्टी कल्चर’ को बढ़ावा देने, कर्मचारियों की भलाई सुनिश्चित करने और कार्यस्थलों को दुर्घटना-मुक्त बनाए रखने पर केंद्रित रहा। यह दिन संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और व्यक्तियों को सुरक्षा को प्राथमिकता देने और सामूहिक उत्तरदायित्व की संस्कृति को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण
इस विशेष अवसर को चिह्नित करने के लिए, विश्वविद्यालय ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल के अंतर्गत वृक्षारोपण अभियान आयोजित किया। इस दौरान 700 पौधे लगाए गए, जिससे न केवल पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि कार्यस्थल सुरक्षा और सतत विकास की दिशा में भी सकारात्मक योगदान दिया जाएगा।
उल्लेखनीय अतिथि और सहभागिता
इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीआईजी (यातायात) एवं विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र गुरदेव सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। इसके अलावा, अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. चौहान, वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. सी.एल. ठाकुर, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. एच.पी. सांख्यान, लाइब्रेरियन डॉ. डी.आर. भारद्वाज, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से इंजीनियर दीपक भारद्वाज और सिल्विकल्चर एवं एग्रोफोरेस्ट्री विभाग के प्रमुख डॉ. रोहित बिशिस्ट ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य, स्नातक एवं स्नातकोत्तर वानिकी छात्रों ने वृक्षारोपण में सक्रिय भागीदारी निभाई।
सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण का संगम
इस पहल ने यह संदेश दिया कि सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण एक-दूसरे के पूरक हैं। आधुनिक सुरक्षा तकनीकों को अपनाकर, जागरूकता फैलाकर और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर हम एक सुरक्षित, स्वस्थ और सतत भविष्य में योगदान कर सकते हैं।